Search Engine Kya Hai – क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आपकी लाइफ में गूगल ना होता तो लाइफ कैसी होती तो आज के दिन मैंने आपको तीन इंपॉर्टेंट सवालों के जवाब देने वाला हूं। पहला सवाल है कि Search Engine kya hota hai, दूसरा सवाल ये है कि अगर जैसे हम बात करें Search engine हमारी लाइफ में नहीं होता तो क्या होता और तीसरा सवाल ये कि जब भी हम सर्च इंजन की बात करते हैं तो क्या सिर्फ सिर्फ गूगल ही या फिर कोई और भी सर्च इंजन है। हम बताएंगे इस आर्टिकल में।

1. Search engine Kya Hai ?
चलिए बात करते हैं आखिर Search Engine kya hai:
सर्च इंजन एक सॉफ्टवेयर सिस्टम है जो कि इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वह जो इंफॉर्मेशन का डेटाबेस है उसको यूजर के क्वेरी के अकॉर्डिंग सर्च कर सके यानी कोई भी व्यक्ति जब भी रिलेटेड कीवर्ड टाइप करें उससे रिलेटेड क्वेरी सर्च करें, सर्च इंजन में इतना जो वर्ल्ड वाइड वेब है जो नेटवर्क है इतनी सारी फॉरमेशन पड़ी है नेट पर उसमें से रिलेटेड इनफॉरमेशन यूजर तक पहुंचा सके ऐसा एक सिस्टम सॉफ्टवेयर है और इसी को हम सर्च इंजन कहते हैं।
अब चलिए बात करते हैं अगर सर्च इंजन नहीं होता तो हमारी लाइफ कैसी होती एक एग्जांपल से समझते हैं तो चलिए मान लीजिए मुझे फरारी खरीदनी है तो मैं उसका price जानने के लिए गूगल सर्च इंजन पर जाऊंगा और उसके प्राइस के बारे में वहां पर सर्च कर करूंगा और मुझे प्राइस भी दिख जाएगा.
अब सोचो अगर गूगल ऐसा कोई भी सर्च इंजन ना होता तो मुझे इसके प्राइस के बारे में कैसे पता चलता तो आपको कैसे पता चलता है कि फेरारी की प्राइस कौन सी वेबसाइट पर लिखी गई है।
ऐसे में आपको क्या करना रहता जो भी वेबसाइट को आपको सर्च करना है उसका यूआरएल उसका सही और है आपको टाइप करना पड़ता अपने वेब ब्राउज़र में। अब हमारे पास सर्च इंजन है तो हम डायरेक्ट फेरारी का प्राइस डाल सकते हैं फेरारी के प्राइस के बारे में सर्च करेंगे और हमें इंफॉर्मेशन मिल जाएगी।
अगर आपकी लाइफ में सर्च इंजन ना होता एक एक यूआरएल आपको याद रखना होता जैसे कि हम फोन नंबर याद रखते थे पहले। आपको यह भी याद रखना पड़ता की कौन सी वेबसाइट पर कौन सी इंफॉर्मेशन पड़ी है तो यह बहुत ही मुश्किल काम होता इससे आप समझ सकते हैं कि सर्च इंजन ने कैसे हमारी लाइफ को आसान बनाया है.
2. कौन कौन से Search Engine है?
यह 3 सॉफ्टवेयर जो Top 3 पर आते हैं वर्ल्ड वाइड में या अगर मैं इंडिया में Google की बात करूं। लेकिन और भी इसके अलावा काफी सारे सर्च इंजन हैं जैसे – Baidu जो कि चाइना में बहुत ज्यादा पॉपुलर है लगभग 89% जो मार्केट Cover करता है। और बात करूं Yandex रसिया का एक बहुत ही पावरफुल सर्च इंजन है 50% लोग Google यूज़ करते हैं और बाकी Yandex करते हैं।
इसके अलावा जिनको प्राइवेसी का issue रहता है ऐसे में एक ऐसा सर्च इंजन है जिसका नाम है Duckduckgo नाम थोड़ा सा अजीब है। यह वह लोग यूज़ करते हैं जिनको अपनी प्राइवेसी को लेकर चिंता होती है यह जो Duckduckgo सर्च इंजन है यह आपका Data Store नहीं करता तो जिनको अपनी प्राइवेसी की चिंता रहती है, उनके लिए यह सर्च इंजन परफेक्ट है तो मैंने आपको यह कुछ सर्च इंजंस के बारे में बताया। हमने जाना की Search engine kya hai.
3. Search Engine Kaise Kaam Karta Hai ? (How search engine works)
Search Engine मुख्यतः तीन तरीके से काम करता है :
- Crawling
- Indexing
- Ranking
1.Crawling kya hai :
जैसा कि आपको पता है इंटरनेट पर बहुत सारा डाटा पड़ा हुआ है Millions of Tb डाटा यहां पर रखा हुआ है। उस डाटा को जब भी कोई क्रिएटर अपलोड करता है या मैंने कोई वेबसाइट बनाई और एक Blog क्रिएट किया कोई इमेज अपलोड किया कोई भी ऐसा चेंज किया.
तो जो गूगल का क्रॉलर है या फिर एक स्पाइडर भी कह सकते हैं। जो गूगल का क्रॉलर होता है उस सारे डेटा को क्रॉल करता है देखते हैं कि कौन सी चीज कहां पर पड़ी है इस वेबसाइट पर क्या कांटेक्ट पड़ा है.
कुछ भी कंटेंट पढ़ने से पहले सारे data को crawl कर रहा है देख रहा है कौन सी चीज कहां पड़ी है उस सारे डाटा को उठाकर अपने लोकल सर्वर लोकल सर्वर (लोकल सर्वर से आप समझ सकते हैं कि गूगल की जो हार्डडिस्क है) उसमें Store करता है।
गूगल का Crawler इंटरनेट पर जितना भी डाटा है उस सभी डाटा को क्रोल करता है अपने सर्वर में डाल देता है। उस सर्वर को हम देख नहीं सकते यानी कि हम किसी की हार्ड डिस्क को एक्सेस नहीं कर सकते।
2.Indexing kya hai :
इसके बाद शुरुआत होती है इंडेक्सिंग कि गूगल के indexers होते हैं इस लोकल सर्वर में जितना डाटा पड़ा हुआ है उसको index करते हैं यानी कि उस सभी डाटा को Different Different category में डिवाइड करते हैं।
indexing का जो काम है उस डाटा को कैटिगराइज करना है। लोकल सर्वर में जो डाटा पड़ा हुआ है उसको कैटेगरी में डिवाइड करना होता है।
जिससे कि जब भी कोई गूगल पर कुछ भी सर्च करें तो गूगल उससे relevant result अपने यूजर्स को दे सकें।
3.Google Ranking Algorithm kya hai :
crawling and indexing के बाद का जो आखरी काम होता है वह होता है Ranking का। गूगल का रैंकिंग एल्गोरिदम इस हिसाब से काम करता है कि कौन सा रिजल्ट पहले नंबर पर दिखाना है कौन सा दूसरे पर कौन सा तीसरे पर इत्यादि यह सारी चीजें रैंकिंग एल्गोरिथ्म करती है।
जब भी हम गूगल पर कुछ भी सर्च करते हैं तो हमें जो रिजल्ट दिखाई देता है रिजल्ट पेज दिखाई देता है उसे हम SERP कहते हैं यानी कि Search Engine Result Page.
Search Engine Result Page पर जो भी आपको रैकिंग वॉइस में वेबसाइट दिखाई देती है वह कॉल्ड रैकिंग Ranking Algorithms डिसाइड करती है।
निष्कर्ष : (Search Engine kya hai)
तो यह था पूरा आर्टिकल Search Engine kya hai के बारे में. उम्मीद करता हूं कि आपको यह आर्टिकल (Search Engine kya hai) पसंद आया होगा इस आर्टिकल से संबंधित आपका कोई भी प्रश्न है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं.